बिहार बोर्ड परीक्षा प्रणाली में बदलाव: मंथली से वीकली एग्जाम की ओर
बिहार के शिक्षा विभाग ने 2025 से एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिससे छात्रों की परीक्षा प्रणाली में बड़ा बदलाव होने वाला है। पहले जो मंथली एग्जाम यानी हर महीने होने वाली परीक्षाएं बिहार बोर्ड के तहत होती थीं, अब उन्हें समाप्त कर दिया गया है। अब विद्यार्थियों को हर हफ्ते, यानी साप्ताहिक परीक्षा का सामना करना होगा। यह बदलाव छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए एक नई चुनौती तो हो सकती है, लेकिन इसके पीछे शिक्षा के सुधार और विद्यार्थियों की बेहतर मूल्यांकन प्रणाली को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है।
मंथली एग्जाम की समाप्ति और साप्ताहिक परीक्षा की शुरुआत
बिहार बोर्ड के पहले महीने में होने वाले मंथली एग्जाम में कई छात्रों को तनाव और दबाव का सामना करना पड़ता था। अब इन परीक्षाओं की जगह पर हर सप्ताह एक नई परीक्षा होगी, जो विद्यालय स्तर पर आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा सोमवार को आयोजित की जाएगी, और अगर सोमवार को कोई अवकाश होता है तो मंगलवार को परीक्षा होगी। सबसे अहम बात यह है कि यह परीक्षाएं पूरी तरह से आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर आयोजित की जाएंगी। यानी स्कूलों को ही परीक्षा के प्रश्न तैयार करने, कॉपियां छपवाने और परिणाम की जिम्मेदारी दी जाएगी।
Bihar Board:- स्कूलों की जिम्मेदारी बढ़ी
इस बदलाव के बाद, स्कूलों की जिम्मेदारी भी काफी बढ़ जाएगी। पहले, जब मंथली एग्जाम होते थे, तो प्रश्न पत्र और मूल्यांकन बोर्ड से आता था। अब स्कूलों को अपने स्तर पर प्रश्न पत्र तैयार करने, विद्यार्थियों की परीक्षा लेने और आंतरिक मूल्यांकन करने की जिम्मेदारी दी गई है। इससे स्कूलों को और अधिक जवाबदेह बनाना है, क्योंकि परीक्षा की गुणवत्ता अब सीधे तौर पर स्कूलों पर निर्भर करेगी।
त्रैमासिक, अर्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षाएं भी जारी रहेंगी
साथ ही, स्कूलों के लिए त्रैमासिक, अर्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षाएं पहले की तरह ही जारी रहेंगी। हालांकि, अब 1 से 8वीं कक्षा तक के बच्चों के लिए यह परीक्षाएं राज्य शिक्षा विभाग (राज शिक्षा एवं शोध प्रशिक्षण परिषद, पटना) द्वारा ली जाएंगी, जबकि 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए ये परीक्षाएं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) द्वारा आयोजित की जाएंगी। इन परीक्षाओं का स्वरूप पहले जैसा रहेगा और उन्हें प्रैक्टिकल परीक्षा और सेंट्रल एग्जाम की प्रक्रिया से गुजरना होगा।
साप्ताहिक परीक्षा से छात्रों पर दबाव कम होगा
मंथली एग्जाम के दौरान, छात्रों को हर महीने परीक्षा की तैयारी में लंबा समय बिताना पड़ता था, जिससे उनकी पढ़ाई का अन्य पहलुओं पर ध्यान कम हो जाता था। अब, जब साप्ताहिक परीक्षा होगी, तो विद्यार्थियों को हर हफ्ते अपने अध्ययन को ताजा रखना होगा और लगातार अपनी पढ़ाई में सुधार करते रहना होगा। यह एक नई परीक्षा पद्धति है, जो छात्रों को अधिक नियमित और अनुशासित बनाएगी। इसके अलावा, छात्रों को कम समय में अधिक सीखने का अवसर मिलेगा, क्योंकि उन्हें हर सप्ताह अपने ज्ञान का मूल्यांकन करना होगा।
आखिरी परीक्षा: बोर्ड परीक्षाएं
बिहार बोर्ड की बोर्ड परीक्षाएं यानी कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं भी पहले की तरह ही जारी रहेंगी। इन परीक्षाओं में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बोर्ड परीक्षा के दौरान प्रैक्टिकल और सेंटर एग्जाम जैसे सभी प्रावधान यथावत रहेंगे। हालांकि, 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए त्रैमासिक, अर्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षाओं के आयोजन की जिम्मेदारी बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) के हाथ में होगी।
निष्कर्ष- Bihar Board Class 9th 10th 11th 12th Monthly Exam Cancelled 2025
बिहार बोर्ड द्वारा लागू किया गया यह नया बदलाव विद्यार्थियों के लिए एक नई परीक्षा प्रणाली का आगाज कर रहा है। जहां एक ओर साप्ताहिक परीक्षा से विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई में निरंतरता बनाए रखने का मौका मिलेगा, वहीं दूसरी ओर यह स्कूलों और शिक्षकों के लिए भी एक चुनौती पेश करेगा, क्योंकि उन्हें परीक्षा की गुणवत्ता और मूल्यांकन प्रक्रिया पर अधिक ध्यान देना होगा। कुल मिलाकर, यह कदम शिक्षा प्रणाली में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो सकता है, जो छात्रों को बेहतर तरीके से तैयार करेगा और उनकी क्षमता का सही मूल्यांकन करेगा। Bihar-Board.com